बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण 2022 BIHAR STATE DISASTER MANAGEMENT 2022 Bihar Rajya Aapda Prabandhan 2022

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Bihar Rajya Aapda Prabandhan 2022
Bihar Rajya Aapda Prabandhan 2022

2013 में राज्य सरकार ने बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कमेटी को गठित व्यतीत किया। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का काम राज्य में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं से होने वाली हानि को कंट्रोल करना और आपदा में फंसे हुए राज्य निवासियों की मदद करना है। किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा की वजह से जो भी चीजें अस्त-व्यस्त हो जाएं, उनका निरीक्षण करते हुए हर प्रकार की सहायता उपलब्ध करवाना ही आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का काम है।

प्राकृतिक आपदाएं जैसे बाढ़, सूखा, आग, भूकंप से जो जनजीवन अस्त व्यस्त हो जाता है। उस अस्त-व्यस्त जनजीवन को वापस पटरी पर लाने का काम बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का होता है। इसके अलावा राज्य सचिव इस कमेटी में अधिकारियों का गठन करके उनसे नुकसान की सारी जानकारी प्राप्त करते हैं, उसी हिसाब से नुकसान की भरपाई का पैकेज तैयार किया जाता है।

विषयसूची

बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण 2022 के अध्यक्ष (Bihar Rajya Aapda Prabandhan 2022)

बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी हैं। वही इस समय बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को कंट्रोल कर रहे हैं, जितने भी विभागीय अधिकारी इस टीम में होंगे वे सारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के आदेश पर ही काम करेंगे।

बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण 2022 गठित करने का उद्देश्य (Bihar Rajya Aapda Prabandhan 2022: Objectives)

इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि आपदा आने पर बिहार निवासियों को सहायता प्रदान की जा सके। उनके रहने, खाने-पीने का प्रबंध किया जा सके। इसके अलावा चुनाव से पहले होने वाली रैलियां, जहां पर एक ही जगह पर बहुत ज्यादा भीड़ एकत्रित हो जाती है; उस भीड़ को कंट्रोल करने का काम भी बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का होता है।

बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अन्य अध्यक्ष

  • रिटायर्ड आईएएस व्यास जी
  • रिटायर्ड आईपीएस पीएन राय
  • शिक्षा अध्यक्ष उदय कांत मिश्रा जी

यही अध्यक्ष बिहार राज्य के सभी जिलों में अधिकारियों की नियुक्ति करके उन्हें आपदा प्रबंधन एवं भीड़ को नियंत्रण करने का काम सौंपते हैं। विभागीय अधिकारियों कोड्यूटीओं का वितरण इन्हीं द्वारा किया जाता है।

बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण 2022 के काम (Bihar Rajya Aapda Prabandhan 2022)

कैंपेन कंट्रोल

जिला निर्वाचन पदाधिकारी सुनिश्चित करते हैं कि किसी भी रैली में कौन सी जगह का चुनाव किया गया है, वहां पर लोगों के अंदर आने और बाहर जाने की सारी व्यवस्था इन्हीं द्वारा की जाती है।

रैलियों में होने वाली भीड़ का पूरा नियंत्रण करने का जिम्मा बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को दिया जाता है। भीड़ में शामिल होने वाले लोगों की गिनती से लेकर उनके बैठने, अंदर आने, बाहर जाने की हर व्यवस्था का निरीक्षण यही अधिकारी करते हैं।

बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण 2022 के मद्देनजर बनाई गई नई गाइडलाइन (Bihar Rajya Aapda Prabandhan 2022: Guideline)

2020 में कोविड-19 मद्देनजर जो न्यू नई गाइडलाइन तैयार की गई है उसके तहत सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखना जिला निर्वाचन पदाधिकारियों का काम है।

इसके अलावा नोडल ऑफिसर जगह-जगह पर मार्किंग करके लोगों को उनकी जगह पर खड़े होने अथवा बैठने की पूरी व्यवस्था करते हैं ताकि सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रहे और कोविड-19 जैसी स्थिति का सामना ना करना पड़े।

स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं

भीड़ को रैलियों में या फिर आपदा के समय बिहार निवासियों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के समाधान का पूर्ण प्रबंधन भी बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा गठित की गई टीम का ज़िम्मा होता है।

बनाई जाने वाली रिपोर्ट

कोई भी रैली या आपदा के समय स्थान, लोगों की गिनती, होने वाली किसी भी समस्या की जानकारी की सारी रिपोर्ट जिला निर्वाचन पदाधिकारी तैयार करते हैं। इस रिपोर्ट में यदि चुनाव के समय भीड़ इकट्ठी हुई है तो उसमें इकट्ठे होने वाले लोग, जिस जगह पर चुनाव की रैली चल रही है, उस जगह की सारी जानकारी, उसमें अंदर आने, बाहर जाने की पूर्ण व्यवस्था की सारी सारी जानकारी रिपोर्ट में डाली जाती है।

यदि किसी भी आपदा की वजह से जीवन अस्त-व्यस्त हुआ है, तो उस समय भी एक रिपोर्ट तैयार की जाती है। उस रिपोर्ट में आपदा वाली जगह, वहां पर लोगों की गिनती, उनके स्वास्थ्य संबंधी सारी जानकारी, उनको पहुंचाने वाली खाद्य सामग्री से लेकर उनके रहने के प्रबंध की सारी जानकारी दर्ज की जाती है।

बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण

बनाई गई सारी रिपोर्ट बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को पहुंचाई जाती है। इसके बाद इसी रिपोर्ट के तहत आपदा के समय लोगों की मदद के लिए पैकेज तैयार किए जाते हैं।

लोगों को हर प्रकार की सहायता प्रदान करने की पूरी कोशिश की जाती है।

बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण 2022 के तहत दी जाने वाली सेवाएं (Bihar Rajya Aapda Prabandhan 2022: Facilities)

टेंपरेरी शेल्टर या टेंट

बाढ़, सूखा जैसी आपदा आ जाती है तो सबसे पहले लोगों के लिए रहने के अस्थाई स्थान या टेंट बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की गठित टीम के द्वारा किए जाते हैं ताकि उनके रहने की व्यवस्था हो सके।

हेल्थ कैंप

आपदा की वजह से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं प्रदान करने की सारी जिम्मेदारी भी इसी कमेटी की होती है। बूढ़े लोगों की दवाइयां या आग में झुलसे लोगों के लिए दवाइयां, गर्भवती महिलाओं की दवाइयां, बच्चों की दवाइयां और किसी भी समय आने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानी के लिए दवाइयों की पूरी किट एवं हेल्थ कैंप लगाया जाता है, जहां पर लोगों की पूरी चेकिंग करने के बाद उन्हें आवश्यकता पड़ने पर दवाई दी जाती है।

भोजन की व्यवस्था

किसी भी प्राकृतिक घटना की वजह से जब लोग जूझ रहे होते हैं, तब उन लोगों को खाने की सारी सामग्री पहुंचाने का काम भी गठित टीम द्वारा किया जाता है। लोगों को खाद्य सामग्री तथा फूड पैकेट वितरित किए जाते हैं। आवश्यकता अनुसार खाने-पीने की हर व्यवस्था लोगों के लिए की जाती है।

न्यूट्रीशनल फीडिंग

आपदा के समय गर्भवती महिलाओं को 6 साल से कम बच्चों को विशेष प्रकार से न्यूट्रीशनल फीडिंग दी जाती है अर्थात उन्हें उस प्रकार का भोजन और न्यूट्रीशन दिए जाते हैं, जिनसे वह जल्दी से तंदुरुस्त हो जाएं और उन्हें किसी भी न्यूट्रीशन की कमी ना आए।

अन्य वस्तुएं

प्राकृतिक आपदा की वजह से अस्त-व्यस्त हुए जनजीवन को पटरी पर लाने के लिए और लोगों की सहायता के लिए अन्य वस्तुएं जैसे तर्पॉलिन शीट, हैलोजन टेबलेट, ब्लीचिंग पाउडर, प्रभावित जगह के लिए अन्य उपकरण या वस्तुओं का प्रबंध किया जाता है।

जब तक लोगों को पूर्ण तौर पर रहने की जगह मुहैया नहीं करवा दी जाती और आपदा से जो भी नुकसान हो गया हो, उसकी भरपाई नहीं हो जाती, तब तक उन लोगों को हर प्रकार की सहायता प्रदान करना बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का काम होता है।

बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण 2022 गाइडलाइंस तोड़ने पर की जाने वाली कार्रवाई (Bihar Rajya Aapda Prabandhan 2022)

किसी चुनाव की रैली के समय या कोई भी मेले के समय जब काफी ज्यादा भीड़ इकट्ठी हो जाती है तब कई प्रकार के नियमों का उल्लंघन होने की आशंका भी बढ़ जाती है। उस समय बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कमेटी उल्लंघन करने वाले लोगों पर कार्रवाई भी करती है।

आपदा या मेले तथा रैली में होने वाली भीड़ के द्वारा जब नियमों का उल्लंघन किया जाता है, तब disaster management act 2005 section 51-60 तहत कार्रवाई की जाती है।

इसके अलावा IPC section 188 के अनुसार भी उन लोगों पर एक्शन लिया जाता है।

29 जुलाई 2020 में कोविड-19 के कारण गृह मंत्रालय द्वारा एक नई गाइडलाइन भी तैयार की गई है। सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजिंग, फेस मास्क का उल्लंघन करने वाले लोगों को गृह मंत्रालय के अनुसार दंड दिया जाएगा।

नियम उल्लंघन करने वाले इंसान को दंड भी दिया जाएगा और जुर्माना भी अदा करने को कहा जाएगा।

संपर्क

इसके अलावा एक टोल फ्री नंबर भी उपलब्ध करवाया गया है, जहां पर फोन करके आपदा के बारे में सारी जानकारी देकर तुरंत कमेटी को बुलवाया जा सकता है।

टोल फ्री नंबर:- 108

बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का काम लोगों की सहायता करके उनके जनजीवन को वापस पटरी पर लाने का होता है। लोगों को भी चाहिए कि वह बनाए गए नियमों का सही तरीके से पालन करते हुए उनके द्वारा दी जाने वाली सेवाओं का लाभ उठाएं।

आपदाओं के समय सभी लोग बहुत चिंतित होते हैं परंतु उन लोगों की सहायता के लिए बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की जो टीम आती है। उनकी जिम्मेदारी उन लोगों की चिंता को कम करने की होती है परंतु अगर लोग ज्यादा शोर शराबा या टीम की बातों को ना मानते हुए अपनी मनमर्जी करते हैं, तब नुकसान उन्हीं लोगों का होता है। इसलिए उस समय जो भी नियम टीम द्वारा बनाए जाते हैं, उनका सकुशल पालन करना चाहिए।

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